श्रावण को साधारण बोल-चाल की भाषा मे सावन कहा जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, श्रावण को शिवत्व के अनुरूप वर्ष का सबसे पवित्र महिना माना जाता है, तथा साप्ताहिक दिन सोमवार को शिव की उपासना का दिन माना गया है। इस प्रकार श्रावण माह के सोमवार की महत्ता और भी अधिक हो जाती है। सावन के सोमवार भगवान शिव के सबसे प्रिय दिन माने जाते हैं।
Third party image referenceपूजा के कुछ नियम
- जिस जगह पर शिवलिंग स्वथापित हो, उससे पूर्व दिशा की ओर मुख करके नहीं बैठना चाहिए।
- भगवान शिव की पूजा करते समय बेल के पत्ते और धतूरे का इस्तेमाल और गंगाजल अर्पित किया जाता है।
- साथ ही सावन में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है।
- पूजा के बाद व्रतकथा जरूर सुनें या पढ़ें।
- व्रत रखने वालों को इस दिन भगवान शिव के साथ मां गौरी की पूजा भी करनी होती है। इस दिन तड़के स्नान करने के बाद सफेद या हरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए. इसके बाद शाम को प्रदोष बेला में 16 प्रकार से पूजन के इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे पुष्प, दूब, बेलपत्र, धतूरा जैसी चीजों से पूजा की जाती है।
वैसे तो शिव जी की पूजा में कोई विशेष नियम की बाध्यता नहीं है। क्योंकि शिव बहुत ही भोले है वो सिर्फ भाव के भूखे है।
Third party image referenceशिव पूजा में पुष्प का महत्व
- शिव पूजा व पुष्प विल्वपत्र चढ़ाने से जन्मान्तर के पापों व रोग से मुक्ति मिलती है।
- कमल पुष्प चढ़ाने से शान्ति व धन की प्राप्ति होती है।
- कुशा चढ़ाने से मुक्ति की प्राप्ति होती है।
- दूर्वा चढ़ाने से आयु में वृद्धि होती है। धतूरा अर्पित करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति व पुत्र का सुख मिलता है।
- कनेर का पुष्प चढ़ाने से परिवार में कलह व रोग से निवृत्ति मिलती हैं।
- शमी पत्र चढ़ाने से पापों का नाश होता, शत्रुओं का शमन व भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है।
व्रत में क्या न खाएं
- पुराना बचा कूट्टू या सिंघाड़े का आटा इस्तेमाल न करें। यह कुछ समय बात खराब हो जाता है। ऐसे में इसे खाने से डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
- बर्फी, लड्डू और फ्राइड आलू जैसी तली और अत्यधिक चीनी वाली चीजों को खाने से बचें।
- अगर आप ज्यादा तला-भुना, मीठा या बिना नमक का खाना ले रहे हैं तो यह आपको ब्लडप्रेशर से जुड़ी समस्या दे सकता है।
- तला-भुना खाना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह वजन बढ़ाने का काम कर सकता है या शुगर को भी प्रभावित कर सकता है।
- इस मौसम में तला-भुना खाने से बचें. बारिश के मौसम में यह संक्रमण या अपच की समस्या पैदा कर सकती है।
- खाली पेट रहने से एसिडिटी हो सकती है, ऐसे में ठंडा दूध लें और थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ खाते रहें।
- अगर आपको डायबिटीज की शिकायत है, तो इस बात का खास ध्यान रखें कि आप ज्यादा देर तक खाली पेट न रहें. कुछ न कुछ खाते रहें और भरपूर पानी पिएं।
ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त इस महीने में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करते हैं उन्हें भोले बाबा की असीम कृपा मिलती है। सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को होगा।
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