जय शनिदेव
3 जून को शनि जयंती है। ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को शनिदेव का जन्म हुआ था। ज्योतिष के अनुसार सभी नौ ग्रहों में शनिदेव को न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है। यह उपाधि शनिदेव को भगवान शंकर ने दी है।
शनि जयंती पर्व तिथि व मुहूर्त 2019
शनि जयंती 2019 - 3 जून - अमावस्या तिथि आरंभ - 16:39 बजे (2 जून 2019) - अमावस्या तिथि समाप्त - 15:31 बजे (3 जून 2019)

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शनि जिन्हें कर्मफलदाता माना जाता है। दंडाधिकारी कहा जाता है, न्यायप्रिय माना जाता है। जो अपनी दृष्टि से राजा को भी रंक बना सकते हैं। हिंदू धर्म में शनि देवता भी हैं और नवग्रहों में प्रमुख ग्रह भी जिन्हें ज्योतिषशास्त्र में बहुत अधिक महत्व मिला है। शनिदेव को सूर्य का पुत्र माना जाता है। मान्यता है कि ज्येष्ठ माह की अमावस्या को ही सूर्यदेव एवं छाया (संवर्णा) की संतान के रूप में शनि का जन्म हुआ। हनुमान भक्तों को शनि देव कभी भी परेशान नहीं करते।
मान्यता है की जातक के जीवन में मुश्किलें और बीमारियों को लाने का काम शनि करता है। लेकिन, यह मान्यता सरासर गलत है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि के शुभ होने पर वह जातकों को शुभ फल प्रदान कर उसका जीवन सुखमय बनाते है।
इन 5 राशियों पर पड़ेगा प्रभाव शनि का प्रभाव
इस समय शनि धनु राशि में गोचर है। इस कारण वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती है। जबकि वृष और कन्या राशि पर शनि की ढय्या का प्रभाव है।
इन 3 कारणों से पड़ती है शनि की अशुभ नजर
- शनि की साढ़े साती या ढय्या का असर होने पर शनि की छाया व्यक्ति पर पड़ने लगती है।
- जब किसी जातक पर शनि की महादशा सवार हो जाती है तो शनि की अशुभ नजर पड़ती है।
- जिस किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि तीसरे, सातवें और दसवें घर बैठते हैं उस पर शनि की अशुभ छाया रहती है।
शनि देव को प्रसंन्न करने के उपाय
- शनिदेव उन लोगों को शुभ फल प्रदान करते हैं जो मेहनती और गरीबों को भोजन कराते हैं। जो व्यक्ति गरीबों का अपमान करता है उस व्यक्ति पर शनि कभी भी अपनी कृपा द्दष्टि नहीं रखते।
- शनि देव को प्रसंन्न करने के लिए शनिवार के दिन उन्हें तेल चढ़ाना चाहिए और पीपल की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए।
- शनिवार को काले तिल का दान, शमी के पेड़ की पूजा और चमड़े के जूते-चप्पल का दान करना भी शुभ माना गया है।
- शनिदेव को नीले रंग का फूल बहुत प्रिय होता है ऐसे में शनि जयंती पर नीला फूल जरूर चढ़ाना चाहिए।
- शनिदेव के इन मंत्रो को जपें।
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कमेंट में 'जय शनिदेव' लिखें। प्रभु आप सभी की मनोकामनाएं पूरी करें। इस खबर को शेयर करके लोगों का ज्ञान बढ़ाये शनिदेव आपका हित करेंगे।
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